मऊ --आज शारदा नारायन हास्पिटल में शारदा नारायन वेलफेयर ट्रस्ट व लायन्स क्लब मऊ के तत्वाधान में विश्व हृदय दिवस के अवसर पर एक जन जागरूकता गोष्ठी व निःशुल्क जाॅंच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 65 लोगो का निःशुल्क शुगर व ब्लड प्रेशर कि जाॅच कि गई। इस जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुवे शारदा नारायन हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक व लायन्स क्लब के जनपद अध्यक्ष डा0 संजय सिंह ने कहा कि एक स्वास्थ्य जीवन जीने का सबसे अहम पहलू है दिल का सेहतमंद होना । सच्चाई तो यह है कि आप स्वस्थ्य जीवन शैली के बिना सेहतमंद दिल नही पा सकते और अगर आप का दिल सेहतमंद नही है तो फिर आपकी जीवन शैली भी स्वस्थ्य नहीं हो सकती । डा0 सिह ने बताया कि हमारी 66 साल की जिंदगी में हमारा दिल करीब 2.5 बिलियन बार धडकता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपनी दिल का ख्याल रखें। आपकी जीवनशैली में कई ऐसे चींजे होती है जो आपके दिल की सेहत पर असर डालती है जंक फूड और दूसरे फास्ट फूड में बडी मात्रा में ट्रासं फैट पाए जाते है। जो धमनीयों में जाकर जमा होते है और हमारे दिल का सही से काम करने से रोकते है।
आगे डा0 सिंह ने कैसे रखे अपने दिल को सेहतमंद के लिए निम्नलिखित उपाय बताए जैसे आपको अपने कोलेस्ट्राल का परीक्षण 20 साल की उम्र के बाद हर पांच साल में कराना चाहिए।हमेशा अपने ब्लड प्रेशर की जॉच कराये।पौष्टिक आहार का अधिक मात्रा में प्रयोग करें।अपने वजन को नियंत्रित रखें।प्रतिदिन व्यायाम व योग करें ,स्पोर्टस एरोबिक और डासिंग भी हमारे दिल के लिए सेहतमंद है।
धुम्रपान,एल्कोहल का सेवन न करें।अपने काम और पर्सनल लाइफ से तनाव को कम करें।फास्ट फूड का सेवन कम से कम करें।चिकनी आहार का सेवन कम करें।पर्याप्त नींद ले क्योकि कम सोने से भी तनाव बढता है। इस अवसर पर शारदा नारायन हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डा0 रूपेश के0 सिंह ने कहा की वर्तमान समय में विश्व स्तर पर बहुत ही तेजी से बढ़ते हृदय रोग की समस्या एक वैश्विक समस्या के तौर पर मानवीय संसाधन को सबसे ज्यादा नुकसान पंहुचाने वाली बीमारीयो में से एक घातक स्वरूप बना चुकी है. हृदय रोग के वैश्विक स्वरुप को देखते हुए हर वर्ष 29 सितम्बर को विश्व हृदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को हृदय सम्बंधित बिमारियों के प्रति जागरूक करने के साथ साथ प्रारंभिक स्थिति की सामन्य जानकारी उपलब्ध करवाना है जिससे बड़े आघात से लोगों को बचाया जा सके।
इस अवसर पर शारदा नारायन हास्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा0 राहुल कुमार ने बताया कि 35 से ज्यादा उम्र के युवाओं में भी इनएक्टिव लाइफस्टाइल और खाने की खराब आदतों के कारण दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ रहा है. पिछले 5 साल में दिल की समस्याओं से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. इनमें से अधिकांश 30-50 साल आयु वर्ग के पुरुष और महिलाएं हैं. लोगों के पास अपने शरीर और मन को स्वस्थ और शांत रखने के लिए समय ही नहीं है, जिस वजह से लोगों में कई तरह की बीमारियां देखने को मिल रही हैं
इस अवसर पर डा0 सुजीत सिंह,डा0 गौतम कुमार,डा0 एच0सी जयसवाल,लायन्स क्लब सचिव श्री अजीत सिंह, कोषाध्यक्ष लायन मनीष शर्मा, डा0 गुलाम ,डा0 सतीश सिंह,डा0 अजीत सिंह, शिवकुमार सिंह आदि लोग उपस्थित रहें।

