मऊ में शिवरात्रि के महापर्व को बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही महिलाये ,और पुरुष शिवालयो में जाकर भगवान शंकर जी को भांग,धतुरा,दूध के अर्ग के साथ-साथ भगवान शंकर को फूल चढ़ा कर पूजा कर के मन्नत मांग रहे है। मंदिरो में भक्तो की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। आज के दिन शीतला मंदिर धाम से भोले शंकर की बरात की झांकी निकलती है जो मिर्जाहादीपुरा,औरंगाबाद ,संस्कृत पाठशाला ,सदर चौक ,फाटक सहादतपुरा होते हुए मुंशीपुरा से सीधे शीतला मंदिर में समाप्त हो जाता है।
पौराणिक मान्यता है की शिवरात्रि को भगवान शंकर और माँ पार्वती का विवाह हुवा था। इस में हाथी ,घोड़ा ,शर्प ,राक्षश तथा धरती पर जितने जीव जंतु होते सभी भोले शंकर के बराती होते है। इसी लिए आज के दिन जो भी भक्त भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है। उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है। एसे में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए दूर-दूर से भक्त मंदिरों में लाईन लगा कर भोले शंकर की पूजा कर रहे है।
वही सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन भी मुस्तैद है। मंदिर में आने वाली महिलाओ की सुरक्षा और चेन स्नेचिंग न हो इसके लिए एक कम्पनी पीएसी मंगाई गई है। जो सभी मंदिरों पर तैनात किया गया है। जिससे किसी महिला के साथ कोई अप्रिय घटना न हो सके।
बाइट -अक्षयतानन्द उपाध्याय (मंदिर के पुजारी )
बाइट-दिनेश भारती (महाशिरात्रि के अध्यक्ष )
बाइट -नीरजा श्रीवास्तव (श्रद्धालु )
