उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में पहली बार गणतन्त्र दिवस समारोह के अवसर पर जिले में तिरंगा यात्रा निकाला गया । यह तिरंगा यात्रा 501 मीटर आधा किलोमीटर लम्बा था । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गणतंत्र दिवस समारोह के शुभ अवसर पर 501 मीटर लंबा तिरंगा यात्रा को जिले के स्कूली बच्चो के साथ मिलकर निकाला । तिरंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए भारी संख्या में फोर्स बल की निगरानी में सम्पन्न कराया गया । दरअसल पुलिस के द्वारा इस तिरंगा यात्रा के लिए जिस रुट का परिमिशन दिया गया था । उससे यह तिरंगा यात्रा ना निकालकर जिले के संवेदनशील इलाको से निकाला गया । जिसको लेकर शहर कोतवाल रामसिंह से एवीवीपी के कार्यकर्ताओ के साथ नोकझोक भी हुआ ।
बता दे कि यह तिरंगा यात्रा जिले के सोनी धापा के मैदान से शुरु हो कर बाल निकेतन , कोतवाली, रोजा, सदर चौक, संस्कृति पाठशाला, आर्य समाज स्कूल, डीएवी इंटर कॉलेज होते हुए मिर्जाहदीपूरा चौक पर सम्पन्न हुआ । जिले के जिन इलाको सेे इस तिरंगा यात्रा को निकाला गया था । वह जिले के सबसे संवेदनशील इलाके है जहाँ किसी को कभी भी किसी कार्यक्रम की परमिशन प्रशासन के द्वारा नही दिया जाता है । हालाकि इस तिरंगा यात्रा को निकालने के लिए जिला प्रशासन की तरफ कोई परमिशन नही दिया गया था । विना परमिशन के ही यह तिरंगा यात्रा इन्ही इलाको से होकर निकाला गया । इस तिरंगा यात्रा को स्कूली बच्चियो ने निकालने का काम किया । तिरंगा यात्रा को निकालने के लिए पहले तो स्कूली बच्चियो ने शुरु किया । फिर उसके बाद देखते देखते ही पूरा जनपद मानो इस तिरंगा यात्रा मे समाहित हो गया । और भारत माता की जयकारे और बन्दे मातमरम के जयकारे से पूरा जनपद गुजं उठा ।
तिरंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए मुस्लिम परिवार ने तिरंगा सिलने के लिए जीतोड 16घन्टे की कडी मशक्त के बाद सीलकर तैय्यार किया है । । मुस्लिम परिवार के द्वारा इस तिरगां को बनाकर उनके लिए भी एक संन्देश देने का काम किया है जो आये दिन इस समुदाय के लोगो पर अंगुली उठाने का काम करते है ।
इस तिरंगा यात्रा का समापन जिले के दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के मिर्जाहादीपुरा चौका पर हुआ । यह वही चौक है जहाँ पिछले 16 दिसम्बर को सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरु हुआ और देखते ही देखते पूरा जनपद आग के शोले में तब्दील हो गया । जिसको देखते हुए अखिल भारतीय विघार्थी परिषद के संगठन मन्त्री वीर प्रताप ने कहा कि जिसको देखकर हमने निर्णय लिया हम इन्ही रास्तो से ही तिरंगा यात्रा को निकालकर जिले में जो वर्षो से संवेदनशीलता बनायी जा रही है उसको तोडने का कारेगें और आज हमने उसको कर दिखाया ।
शहर कोतवाल राम सिहं से तिरंगा यात्रा कार्यक्रम के परमिशन के बारे में सवाल किया तो उनका साफ कहना था कि कार्यक्रम का परिमशन है लेकिन ऐसा कुछ नही था । हालाकि इस कार्याक्र्म के बारे में सिटी मजिस्ट्रेट जेएच सचान से भी मीडिया ने सवाल किया तो उनका कहना था कि इस मामले में हमारे बडे अधिकारी एडिशनल साहब ही कुछ बोलेगे मीडिया से बचते हुए नजर आये।