मऊनाथ भंजन। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर पूरे प्रदेश में पौधरोपण हेतु 'एक पेड़ मां के नाम 2.0' के तहत बृहद वृक्षारोपण जन अभियान-2025 चलाया जा रहा है। इसके तहत सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में 37 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस संदर्भ में पर्यावरण एवं वन मंत्री डा0 अरूण कुमार सक्सेना ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये बताया कि वृक्षारोपण के इस महाअभियान के दौरान पूरे प्रदेश में लकड़ी वाले 35 प्रतिशत पौधे लगाये जायेंगे जिनमें सागौन एवं शीशम के पौधे शामिल होंगे जबकि 20 प्रतिशत फलदार पौधे जिनमें आम, अमरूद, लेमू और जामुन आदि के पौधे शामिल हैं लगाये जाने का लक्ष्य है।
प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के क्रम में सरकार के पर्यावरण सुरक्षा अभियान 'एक पेड़ मां के नाम 2.0' को मद्देनजर रखते हुये मऊ नगर पालिका परिषद द्वारा भिन्न-भिन्न इलाकों में वृक्षारोपण के लिये बनाई गई टीमों के माध्यम से पौधरोपण का कार्य किया गया है। यह बातें सफाई एवं खाद्य निरीक्षक सत्य प्रकाश ने बताई हैं।
उन्होंने बताया कि आज ''एक पेड़ मां के नाम 2.0'' बृहद वृक्षारोपण जन अभियान-2025 के अन्तर्गत नगर के पूर्वी दक्षिणी छोर स्थित ढेकुलिया घाट पर पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल एवं अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार द्वारा पौधरोपित कर अभियान का शुभारम्भ किया गया है तथा गाय घाट पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्या द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने इस अवसर पर कहा कि पेड़ों के कट जाने के कारण हमारा पर्यावरण असंतुलित एंव दूषित हो गया है। चूँकि पेड़ों की कमी के चलते पर्यावरण में प्राकृतिक रूप से पर्याप्त मात्रा में प्रकाश संस्लेषण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती इस लिये हमें दूषित एवं विषाक्त वातवरण में ही जीवन जीना पड़ रहा है। अध्यक्ष जी ने बताया कि पर्यावरण को संतुलित एवं अनुकूल बनाने के लिये हमें ढेरों पेड़-पौधे लगाने पड़ेंगे। यह वृक्षारोपण अभियान पर्यावरण को विषाक्त पदार्थाें से बचाने का सार्थक उपाय है। इस प्रकार हम कुछ ही दिनों बाद पर्यावरण में बड़ा बदलाव देख पायेंगे बशर्ते कि इन रोपित पौधों की सुरक्षा एवं खाद पानी का प्रबन्ध हम स्वयं अपने स्तर से भी करते रहे। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने हेतु ऐसा करना हमारे लिये अति आवश्यक है।
सफाई एवं खाद्य निरीक्षक सत्य प्रकाश ने बताया कि नगर क्षेत्र स्थित विभिन्न चयनित स्थलों पर पौधरोपण का कार्य कराया जा रहा है। इस प्रक्रिया के दौरान पौधरोपण हेतु गड्ढे खोद कर मिट्टी एवं खाद मिश्रित की गयी फिर पौधों को रोपित किया गया है। इसके लिये नगर पालिका के सभी अधिकारी लगे हुये हैं।
इस अभियान में पौधरोपण के क्रम में उक्त लक्ष्य की प्राप्ति हेतु 9 जुलाई को भी नगर स्थित अन्य चयनित स्थलों पर अब तक 6000 पौधरोपित किये गये हैं। श्री प्रकाश ने बताया कि संतोष कुमार एवं अनित कुमार सिंह की टीम के द्वारा बेलचौरा व रामपुर चकिया में, कर अधीक्षक संतोष कुमार व लिपिक अनित कुमार सिंह की टीम के द्वारा बेलचौरा, सलहाबाद, बड़ी रहजनिया, अछार, रामपुर चकिया में, अवर अभियंता रमेश चन्द व लिपिक धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय की टीम द्वारा इन्दरपुर में, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक सत्य प्रकाश व अवर अभियंता मनोज कुमार सोनकर की टीम द्वारा भटकुंवा पट्टी, काझा खुर्द, मतलूपुर चौराहा से टाटा एजेंसी, बंधा किनारे, पठान टोला, सनेगपुर, हट्ठीमदारी, हकीकतपुरा में, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक राजीव कुमार शुक्ला व राजस्व निरीक्षक अमृता राय की टीम के द्वारा बढ़ुआ गोदाम, इमिलियाडीह, बकवल, कन्धेरी, बड़ी भुजौटी, रस्तीपुर, चन्द्रभानपुर, इन्दरपुर, दर्पनारायनपुर स्टेडियम में, अवर भियंता जल पंकज कुमार वर्मा व पम्प अटेन्डेन्ट अजय कुमार गौतम की टीम के द्वारा ताजोपुर, बकवल, रहजनिया टंकी, चकमेंहदी, रघुनाथपुरा कल्याण सागर, मुंशीपुरा हयात सेण्टर, परदहां, झील महल, बुनकर कालोनी, चांदमारी इमिलिया, भरहूपुरा, राजाराम पुरा, ठकुरमनपुर, बरलाई, बकवल, सुल्तानपुर में तथा पिपिक कमलेश कुमार पाण्डेय व लिपिक संदीप कुमार साहनी की टीम द्वारा रस्तीपुर, बरपुर आदि जगहों पर वृक्षारोपण किया गया है।
अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप अभियान चलाकर नगर पालिका परिषद मऊ द्वारा गठित टीमों के माध्यम से पूरे नगर क्षेत्र में अब तक 6000 पौधे लगाये गये हैं। पर्यावरण की सुरक्षा एवं स्वच्छ वातावरण हेतु पौधरोपण का यह कार्य आगे भी किया जाता रहेगा। उन्होंने नगरवासियों

से अपील करते हुये कहा कि पालिका द्वारा लगाये गये पौधों की आप भी देख-रेख करें। इनसे न सिर्फ पर्यावरण का ही संतुलन बनेगा बल्कि जीवन के लिये नितांत आवश्यक वायु (आक्सीजन) भी हमारे लिये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी।
से अपील करते हुये कहा कि पालिका द्वारा लगाये गये पौधों की आप भी देख-रेख करें। इनसे न सिर्फ पर्यावरण का ही संतुलन बनेगा बल्कि जीवन के लिये नितांत आवश्यक वायु (आक्सीजन) भी हमारे लिये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी।