विश्व हिन्दू परिषद गौरक्षा विभाग की एक बैठक सम्पन्न हुयी। इसमें प्रांत स्तर तथा जिलास्तर के दायित्वान श्री रामाशीश राय जी प्रांत अध्यक्ष भारतीय गौवंश रक्षण,संवर्धन परिषद, श्री भानु प्रकाश पाण्डेय जी प्रान्त अध्यक्ष गौवंश हत्या, एवम मांस निर्यात निरोध परिषद श्री विनय प्रताप सिंह जी प्रांत के गौ संपदा प्रमुख एंव जिलाध्यक्ष श्री अरविन्द पाण्डेय जी तथा जिला उपाध्यक्ष तुषार उपाध्याय , कार्तिक चौरसिया, राजकुमार यादव, शशिकांत, विनोद, आदर्श अद्भुत, रवि, ज्वाला जी के साथ सैकडों कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
इस बैठक में मुख्य बिन्दु से सम्बन्धित बृहद् वार्ता हुयी। वार्ता का प्रमुख अंश विश्व हिन्दु परिषद गौरक्षा विभाग के दायित्व से पूर्व में ही निष्कासित श्री मोहन उपाध्याय द्वारा अपनी निजी समिति जिसका नाम-देशी गौवंश रक्षण संवर्धन समिति, गोरखपुर, के नाम से पंजीकृत कराया गया है।
श्री मोहन द्वारा अचानक जनपद-मऊ में विश्व हिन्दु परिषद के जिलाध्यक्ष एंव कुछ कार्यकर्ताओं को लेकर अपने पूर्व में किये गये निष्कासन की स्थिति को छिपाते हुए इन लोंगों के साथ में लेकर बैठक की गयी तथा विश्व हिन्दू परिषद गौरक्षा विभाग के प्रमुख दायित्वान लोंगों के ऊपर असम्मान जनक टिप्पणी की गयी जो पुर्णतया संगठन की मर्यादा के विरुद्व है। जिसकी जानकारी होते ही इस बैठक में निर्णय लिया गया की इनके द्वारा कुत्सित आदतों से सुधार नही किया गया तो संगठन के पदाधिकारियों द्वारा न्यायलय में मानहानी से सम्बन्धित मुकदमा दाखिल किया जायेगा जिसके लिए पूर्णतया संगठन से निष्कासित व्यक्ति मोहन उपाध्याय जिम्मेंदार होगें।