जल जागरूकता पर हुआ सेमिनार जल को जान लो नहीं तो जल जान ले लेगा-- वैभव साठे

 
वर्तमान में तेजी से गिरता स्वास्थ्य स्तर और बढ़ती बीमारियां पूरे समाज के लिए एक गंभीर विषय हैं। आज का हर व्यक्ति दवाइयों पर चल रहा है, लगभग हर घर मेडिकल स्टोर बन गया है और लोग डॉक्टर पर आश्रित होते जा रहे हैं ।ऐसे में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने वाली संस्था वोव अकैडमी द्वारा कम्युनिटी सेंटर गाजीपुर रोड मऊ के सभागार में एक स्वास्थ्य जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के वंशज और विश्व प्रसिद्ध आहार विशेषज्ञ श्री वैभव साठे ने मुख्य वक्ता के रूप में लोगों को निरोगी और स्वस्थ रहने के उपाय बताएं। लाखों लोगों को प्राकृतिक तरीके से विभिन्न बीमारियों से मुक्त कर चुके श्री वैभव साठे फूड साइंटिस्ट और रिसर्चर होने के साथ-साथ रामचरितमानस आधारित व प्राकृतिक आहार पद्धति के विशेष जानकारी हैं। श्री साठे ने बताया कि सारी छोटी बड़ी बीमारियों की सबसे बड़ी वजह है शरीर में एसिड का बढ़ना और ऑक्सीडेशन का होना जिसका सबसे बड़ा कारण है हमारा एसिडिक और ऑक्सिडाइज्ड पानी इसलिए अगर निरोगी रहना है और बीमारियों से छुटकारा पाना है तो सबसे पहले हमारे शरीर के 70% भाग पानी को अल्कलाइन और एंटीऑक्सीडेंट युक्त बनाना पड़ेगा। श्री साठे ने नदी, कुएं, बोरिंग का पानी, आर ओ, पैकिंग वाटर आदि पानी की जांच करते हुए दूषित पानी से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव और इससे होने वाली बीमारियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बहते हुए नदी और झरनों का पानी ही सबसे शुद्ध और स्वस्थ होता है लेकिन वर्तमान में यह दुर्लभ है। यह पानी पहाड़ी और सभी तरह के प्रदूषण व जहर मुक्त क्षेत्रों में ही मिल पाना संभव है। दवाइयां और डॉक्टर बदलने से ज्यादा आसान है पानी बदलना।
 श्री महेश हाडा, वाटर थैरेपिस्ट ने बताया कि जापान की गिनती आज दुनिया के सबसे स्वस्थ देश में होती है और इसका सबसे बड़ा कारण है उनकी स्वास्थ्य और खान-पान के प्रति विशेष जागरूकता। जापानी पद्धति से निर्मित कंगन पानी भारत में भी तेजी से लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है क्योंकि यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित हो रहा है। पिछले 50 वर्षों से दुनिया के 150 देश से ज्यादा देशों में अपनाई जा रही यह वॉटर थेरेपी भारत में भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
यह कंगन मशीन हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, एण्टी आक्सीडेन्ट और सन्तुलित मिनरल्स से भरपूर आयोनाइज्ड अल्केलाइज्ड और पतला पानी हमें घर बैठे झरनों जैसा प्राकृतिक हेल्दी पानी देती है साथ ही यह भोजन को जहर मुक्त करने और कई घरेलू कार्यों में भी बहुत उपयोगी है। सेमिनार का उद्घाटन नगर पालिका परिषद मऊ के अध्यक्ष श्री अरशद जमाल,पूर्व आइ एम ए अध्यक्ष डा गंगासागर सिंह, जनपद की लोकपाल श्रीमती विनीता पांडे, डॉ नम्रता श्रीवास्तव श्री वैभव साठे महेश हाडा,घोसी के ब्लाक प्रमुख रामकृष्ण यादव एवं इंजीनियर जे के सिंह के द्वारा दीप जलाकर किया गया। इस अवसर पर कइयों नें कंगन वाटर के होने वाले चमत्कारिक लाभ के अनुभव को साझा किया। एक कैंसर पेशेंट के पुत्र मनोज ने मात्र 12 दिन में कंगन पानी पीकर बीमारी को लगभग 40% ठीक होने की बात बताया। इस अवसर पर मुख्य रूप से  डॉक्टर आरके अग्रवाल, डॉक्टर रघुनंदन, डॉ ए पी जायसवाल, विनीता पांडे, डॉ नम्रता श्रीवास्तव,डॉ आरसी शर्मा, इंजीनियर सुरेश शर्मा, इन्र्देश, कृष्णा, अरुण, अमरजीत,प्रशान्त श्रीवास्तव , विनय कुमार श्रीवास्तव, प्रवीण गौड़ सहित कई गणमान्य व्यक्ति एवं सैकड़ो लोग मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का संचालन हेल्थ और कंगन वाटर के स्थानीय एक्सपर्ट इंजीनियर जे के सिंह ने किया।