ऊर्जा मंत्री का दावा कि गर्मी में बढ़ी हुई बिजली की मांग को पूरा करने में सफल है सरकार भी झूठा है ।
तपती गर्मी में बिजली कटौती से परेशान है उत्तर प्रदेश की जनता : पूजा राय
विगत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था कि 22 जून तक प्रदेशवासियों को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलनी चाहिए । मगर उनका आदेश आज 16 जून तक अमल नहीं हो पाया है । दूसरी तरफ ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा का कहना है की बिजली के रिकॉर्ड आपूर्ति हो रही है मगर धरातल पर बहुत बुरा हाल है । उनका दावा था कि उत्तर प्रदेश के अन्य जनपद, शहरों में 24 घंटे बिजली का वादा डबल इंजन की सरकार पूरा नहीं कर पा रही है । गर्मी में बिजली की मांग बढ़ जाती है मगर बिना तैयारी के मुख्यमंत्री योगी ने 22 जून तक 24 घंटे बिजली देने का आदेश दे दिया । प्रशासन और बिजली विभाग कटौती रहित बिजली मुहैया नहीं करा पा रहा है । शहरों में 15 घंटे से अधिक बिजली नहीं आती और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली 10 घंटे से भी कम आ रही है । भीषण गर्मी है, धान की बुवाई का वक्त है । एक तरफ गर्मी से शहरों में रहने वाले लोग बेहाल है और दूसरी तरफ गांव में धान बुवाई नहीं हो पा रही है । ऊर्जा मंत्री राजधानी के वीआईपी क्षेत्र में दौरा कर और बिजली कर्मचारियों को कुछ निर्देश देकर यह मान लेते हैं कि पूरे प्रदेश में बिजली आपूर्ति ठीक हो गई और मीडिया में भी इस तरह के बयान देते हैं जैसे प्रदेश में बिजली संकट है ही नहीं । यहां तक ऊर्जा मंत्री के पैतृक जिले मऊ के शहरी क्षेत्र में भी 24 घंटे बिजली नहीं आती ,विकास पुरुष स्वर्गीय कल्पनाथ राय के गांव सेमरी ,मझवारा में 12-12 घंटा लाइट नहीं रह रही और यही हाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर जिले का है ।
शहरों में आबादी बढ़ रही है जिन क्षेत्रों में आबादी बढ़ चुकी है वहां अभी भी पुराने कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं जिनको बदल पाने में सरकार असफल है ।अघोषित बिजली कटौती से परेशान लोगों की सुनवाई करने वाले अधिकारी अपनी कुर्सी पर नहीं मिलते और ना ही जनता का फोन उठाते हैं । कांग्रेस मीडिया के माध्यम से मांग करती है कि मुख्यमंत्री अपने आदेश को अमल कराने के लिए सख्ती करें और जनता को थोड़ी सी राहत दें ।