लियोनल मेसी का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा हो गया। अर्जेंटीना ने रविवार को खेले गए फीफा वर्ल्ड कप फाइनल में फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। फुटबॉल के इतिहास में पहली बार ऐसा रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। 90 मिनट तक दोनों टीमें 2.2 की बराबरी पर रही थी। एक्स्ट्रा टाइम के बाद मुकाबला 3-3 की बराबरी पर रहा था। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट से फैसला हुआ। फाइनल में मेसी ने दो गोल किए। वहीं, फ्रांस के लिए किलियन एम्बाप्पे ने हैट्रिक जमाई।वही मेसी का भी सपना पूरा हो गया। अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे मैसी की ख्वाहिश भी पूरी हो गयी। जिससे वह 2014 में चूक गये थे। डिएगो माराडोना के बाद उन्होंने विश्व कप दिला कर महातम खिलाडियों की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया।
अर्जेंटीना ने 36 साल बाद वर्ल्ड कप जीता है। इससे पहले उसे 1986 में खिताबी कामयाबी मिली थी। टीम 1978 में पहली बार चैंपियन बनी थी। वहीं, फ्रांस का लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना अधूरा रहा गया। टीम 2018 में चैंपियन बनी थी। 90 मिनट तक स्कोर लाइन 2.2 से बराबर थी। इसके बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में गया। एक्स्ट्रा टाइम में दोनों टीमों ने 1-1 गोल दागे। 90 मिनट में दोनों टीमों से 4 गोल आए थे। अर्जेंटीना के लिए फर्स्ट हाफ के 23वें मिनट में लियोनल मेसी और 36वें मिनट में एंजल डी मारिया ने गोल दागे। वहीं, फ्रांस के कीलियन एम्बाप्पे ने 97 सेकेंड में 2 गोल दागकर स्कोर लाइन 2-2 से बराबर कर दी। एम्बाप्पे ने 80 मिनट में पेनल्टी से और 81वें मिनट में फील्ड गोल दागा।एक्स्ट्रा टाइम के फर्स्ट हाफ में कोई गोल नहीं आया। फिर सेकेंड हाफ के 108वें मिनट में अर्जेंटीना के लियोनल मेसी ने गोल दागकर स्कोर लाइन 3.2 कर दी। अर्जेंटीना बढ़त बना चुका था। तभी 118वें मिनट में कीलियन एम्बाप्पे ने पेनल्टी से गोल दाग कर स्कोर लाइन 3.3 से बराबर कर दी। यह एम्बाप्पे का फाइनल में तीसरा गोल था। इसके साथ ही उन्होंने अपनी हैट्रिक पूरी की।
दूसरे हाफ में फ्रांस ने दबदबा बनाया। फ्रांस के खिलाड़ी कीलियन एम्बाप्पे ने सेकेंड हाफ के 80 और 81वें मिनट में दो गोल मारे। दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने गोल की तरफ 6 शॉट मारेए लेकिन फ्रांस ही 2 बार शॉट्स को गोल में कन्वर्ट कर सका। दूसरे हाफ में अर्जेंटीना ने 2 और फ्रांस ने 3 कॉर्नर लिए।
अर्जेंटीना ने फर्स्ट हाफ में फ्रांस पर पूरी तरह दबाव बनाए रखा। टीम ने फ्रांस को गोल की तरफ शॉट मारने का एक भी मौका नहीं दिया। जबकि अर्जेंटीना ने फर्स्ट हाफ में गोल की तरफ 6 शॉट मार दिए। इनमें से 2 शॉट पर गोल भी आए। अर्जेंटीना ने ज्यादा समय बॉल पर कब्जा बनाए रखा। उन्होंने फर्स्ट हाफ में 2 कॉर्नर लिए लेकिन फ्रांस को एक भी कॉर्नर नहीं लेने दिया।