संस्कारों को बचाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी

          
मऊ : भारत विकास परिषद की ओर से मंगलवार को शहर के श्याम संजीवनी अस्पताल सभागार में आयोजित गर्भ महिलाओं की नि:शुल्क जांच, कन्या पूजन व गोदभराई की गई चितामणी राय ने कहा कि किसी भी महिला के पेट में बच्चा आ जाने के सातवे मांह में उसके मायके द्वारा ससुराल में पहुंच कर उसकी गोद भराई की जाती थी, महिला को पौष्टिक आहार दिए जाते थे। धर्मिक किताबें दी जाती थी ताकि महिला अपने घर में हर रोज सुबह जब आखें खोले तो भगवान का दर्शन करे और धार्मिक किताबें पढ़े ताकि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा संस्कारवान, होनहार हो। परिषद की प्रांतीय उपाध्यक्ष डा. अलका राय ने कहा कि परिषद भारत को एनिमिया करने व अपनी संस्कृति व परंपराओं को बनाए रखने के लिए कृतसंकल्पित है। इसी उद्देश्य से हर माह की 10 तारिख को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जांच व गोदभराई किया जाता है। दो बच्चियों के जन्म पर मिठाई बांट कर तथा शोहर गवा कर खुशी मनाई गई। इस दौरान तीन कन्याओं का पूजन, 8 सात माह के उपर की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई, 46 की हड्डी की जांच, 35 की थायराइड व एनिमिया की जांच की गई। इसमें डा. रामकेवल, हरिश्चंद्र, विपिन गुप्ता, अनिता मिश्रा, किरन राय, मुन्ना खरवार, विनोद राय, राकेश राय, रश्मि बरनवाल, रश्मि सिंह, सुमन पांडेय, प्रियंका राय, संगीता यादव आदि शामिल थी।