स्वस्थ शरीर का होना व्यक्ति का सबसे बड़ा सुख है।

 अन्र्तराष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मऊ के सभागार में श्री कुॅवर मित्रेशसिंह कुशवाहा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मऊ की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में डा0आर0बी0 सिंह, अपर सी0एम0ओ0 ने महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के सम्बंध में बताया तथा तम्बाकू के सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रतिकूल प्रभाव के सम्बंध में चर्चा की गयी। उन्होने यह भी बताया कि समाज के सभी बच्चो, महिलाओं को मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा तमाम कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है। साथ ही साथ मुह के कैसर, फेफड़े का कैंसर के सम्बंध में लोगों को जागरुक किया गया। संगोष्ठी में पूर्चाचल के जल से बच्चों में फैलने वाली इन्सेफलाइटिस बीमारियों, मच्छरों के प्रकोप, साफ सफाई पर ध्यान देने हेतु कहा गया। अपने अगल बगल स्वच्छता पर ध्यान देने, खाद्य पदार्थ दूषित न रहे, स्वच्छ पौष्टिक भोजन ग्रहण करने पर बल दिया गया ताकि आम जन एवं पूरा समाज स्वस्थ रह सके। डा0 आर0बी0 सिंह ने यह भी बताया कि स्वस्थ समाज व राष्ट्र के योगदान में अपनी भूमिका का समुचित निर्वहन करते हुए हर हर नागरिक को भागीदार बनना चाहिए। स्वास्थ्य को कैसे स्वस्थ रख सकते हैं, इस सम्बंध में भी चर्चा की गयी तथा लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
श्री कुॅवर मित्रेश सिंह कुशवाहा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मऊ ने संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के विषय में एक कहावत है कि ''पहला सुख निरोगी काया'' यानी स्वस्थ शरीर का होना व्यक्ति का सबसे बड़ा सुख है। स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ दिमाग को जन्म देता है और स्वस्थ दिमाग हमें दुनिया में प्रसिद्धी दिलाता है। विश्व में स्वास्थ्य की वैल्यू बताने के लिए वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन हर वर्ष 07 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे मनाता है। इस वर्ष की थीम का लक्ष्य है हमारे ग्रह और उसमें रहने वाले मनुष्यों की भलाई की ओर पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित करना है। वल्र्ड हेल्थ डे का मुख्य लक्ष्य एक निश्चित स्वास्थ्य विषय के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। उन्होनें यह भी बताया कि स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
सचिव द्वारा बताया गया कि हेल्थ डे 2022ः शारीरिक रुप से स्वस्थ होना संपूर्ण स्वस्थ होना नहीं होता, बल्कि जब आप शारीरिक,मानसिक और सामाजिक तीनों स्तर पर स्वस्थ बनते है, तो संपूर्ण स्वस्थ माने जाते हैं, इसी उदृदेश्य के लिए हर साल 07 अप्रैल को वल्र्ड हेल्थ डे यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने के सम्बंध में उपस्थित लोगों को जागरुक किया गया।  
विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव द्वारा बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस पर इस बार भारत ने 2022 में आयुष मंत्रालय का योग का अमृत महोत्सव का थीम चुना गया है, जिसमें हम लोगों के माध्यम से सभी को स्वस्थ बना सकते है। साथ ही साथ सचिव महोदय द्वारा डा0 के खिलाफ 302 के सम्बंध में जैकब मैथू के केस का हवाला देते हुए डाइरेक्ट एफ0आई0आर0 दर्ज नही करने के सम्बंध में जानकारी दी गयी तथा कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी चिकित्सकों और जुड़े कर्मचारियों को भी उनके प्रति शुभकामनाये व्यक्त की गयी। उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर का पेशा बहुत ही महान कार्य है। वह अपने स्तर से ठीक करने की पूरा कोशिश करते है। कोरोना काल में डाक्टर ही विशेष रुप से मदद किये। इसलिए इस अवसर का चिकित्सा से जुड़े सभी लोगों को विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव द्वारा धन्यबाद ज्ञापित किया गया।
संगोष्ठी में डा0वी0के0 यादव, डी0आई0ओ0, डा0 ए0के0 रंजन,वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला अस्पताल, मऊ, डा0 वकील अहमद, डिप्टी सी0एम0ओ0, डा0 आर0बी0 सिंह, डिप्टी सी0एम0ओ0, श्रीमती जागृति सिंह, काउंसलर, श्वेता चौरसिया, काउंसलर, संगीता यादव, सीनियर नर्स, सुभद्रा, सीनियर नर्स, श्री बृजेश कुमार गांेड काउसलर, श्री अमित कुमार मद्धेशिया, काउंसलर, श्री अमित कुमार मद्धेशिया, काउंसलर, पूनम, डी0पी0ए0, श्री राधेश्याम, फिजियों, श्री यूसुफ शेख सी0ई0ओ0, श्री रजनीश कुमार वर्मा, ए0ए0, डब्लू,एच.ओ. उपस्थित थे।