मऊ --अब्बास की जिंदगी बचाने को देवदूत बने एके शर्मा



थैलेसीमिया रोग ग्रसित फातिमा हॉस्पिटल में भर्ती 14 वर्षीय अब्बास को रात में ही एंबुलेंस के माध्यम से एसजीपीजीआई लखनऊ भेजा, हालत में सुधार

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्र सिंह व थैलेसीमिया नोडल अधिकारी एससी साहनी देर रात तक लगे रहे मरीज के साथ

मऊ। थैलेसीमिया जैसी असाध्य रोग से पीड़ित 2 दर्जन से अधिक बच्चों के लिए नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य व पूर्व वरिष्ठ आईएएस एके शर्मा देवदूत बनते नजर आ रहे हैं। उनके प्रयास से जहां जिला अस्पताल में थैलेसीमिया के लिए नोडल चिकित्सक की नियुक्ति हुई। वहीं गुरुवार की रात गंभीर रूप से बीमार 14 वर्षीय अब्बास निवासी घोसी को रातों-रात लखनऊ तक भेजने की व्यवस्था की गई। जहां उसकी हालत में सुधार होता नजर आ रहा है। इस सहयोग के लिए परिजनों व मऊ थैलेसीमिया वेलफेयर एसोसिएशन ने ए के शर्मा का आभार प्रकट किया है।
मऊ थैलेसीमिया वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य श्रीराम जायसवाल व वेद मिश्रा ने बताया कि जनपद के घोसी नगर निवासी 14 वर्षीय अब्बास की हालत बहुत खराब हो गई थी। आयरन लोड बढ़ जाने की वजह से लिवर में पानी व हर्ट साइज भी बढ़ गया था। जिसे गंभीर हालत में फातिमा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इसकी सूचना विधान परिषद सदस्य ए के शर्मा को दी गई। जिनकी पहल पर रात में ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी सतीशचंद्र सिंह व थैलेसीमिया रोग के नोडल अधिकारी एससी साहनी द्वारा एंबुलेंस व उचित मेडिकल प्रबंध करके अब्बास को एसजीपीजीआई लखनऊ भेजा गया। रवि ख़ुशवानी ने बताया कि फिलहाल बच्चे की हालत में सुधार होता नजर आ रहा है।

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रवि ख़ुशवानी ने बताया कि सामान्य ब्लड थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों को चढ़ा दिए जाने से उन्हें आयरन कंट्रोल करने के लिए महंगी दवाई खानी पड़ती हैं। जिनके अभाव में बच्चों में तरह-तरह की बीमारियां हो रही हैं। हालांकि इस संबंध में एके शर्मा द्वारा आश्वस्त किया गया है शीघ्र ही सारी व्यवस्थाएं मऊ में उपलब्ध होने लगेंगी। एमएलसी एके शर्मा द्वारा थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की मदद के लिए लगातार किए जा रहे प्रयास अब परिजनों में बच्चों के जीने की उम्मीद जग गई है।