मऊ --राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी व देश के लाल लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 020 को दोनों महापुरुषों को नमन करते हुए रेल फाटक मुक्ति मोर्चा की तरफ से जीरो बी रेलवे फाटक बाल निकेतन पर अंडरपास बनाने हेतु जारी संघर्ष के क्रम में आज एक दिवसीय सत्याग्रह किया गया कार्यक्रम के संयोजक राजेंद्र अग्रवाल जी ने कहा कि जीरो बी पर ओवर ब्रिज की जो चर्चा है वह शहर के रोजगार और रौनक को साथ ही हजारों परिवारों को बर्बाद कर देगा आजमगढ़ मोड़ मुंशीपुरा ओवर ब्रिज इसका जिंदा उदाहरण है आज मऊ शहर क्षेत्र में तीन ओवर ब्रिज है अगर यहां ओवरब्रिज बनना संभव होता तो सबसे पहले ओवरब्रिज यही बनता अगर यहां ओवर ब्रिज बना तो यह शहर का विकास नहीं विनाश होगा इसलिए कम लागत कम बर्बादी जीरो बी पर अंडरपास से खुशहाल आबादी के साथ अंडरपास बनाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा सत्याग्रह में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद मूर्ति ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा यह कहना कि अंडरपास बनाने में 300 मीटर पर बहने वाली तमसा नदी बाधक है यह आज के उच्च तकनीकी का माखौल उड़ाना जब जवाहर सुरंग ,भूमिगत मेट्रो और आज से 100 साल पहले काशी रेलवे स्टेशन के पास गंगा और वरुणा जैसी बड़ी नदी के 200 मीटर के दायरे में राजघाट अंडरपास बन सकता है तो जीरो बी पर भी अंडरपास बन सकता है अंडरपास की मांग हमारे लिए सत्य का आग्रह है जो इसके बनने तक अनवरत जारी रहेगा आज के सत्याग्रह में सर्वश्री इम्तियाज अहमद पूर्व विधायक, गोपाल कृष्ण वरनवाल, फखरे आलम सभासद,महेश सिंधी, विजय जैन ,विवेकानंद बरनवाल, गुड्डू राम, सुरेश प्रजापति,कमलेश सिंधी,दिलीप वर्मा एडवोकेट, ऋषिकेश पांडे , राजेंद्र अग्रवाल ,नरेंद्र मिश्र ,संतोष कुमार आदि गणमान्य लोग शामिल रहे

