समाजवादी विचारधारा के सजग प्रहरी थे मुलायम सिंह यादव

समाजवादी विचारधारा के सजग प्रहरी थे मुलायम सिंह यादव
नेताजी मुलायम सिंह यादव तीन बार मुख्यमंत्री बने और अपने तीनों अल्पकालिक मुख्यमंत्रित्व काल में गांधी, डाक्टर लोहिया, जयप्रकाश नारायण,चौधरी चरण सिंह तथा डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की नीतियों पर खरा उतरने की भरपूर कोशिश करते रहे।एक ओर जहां उन्होंने डाक्टर लोहिया के नाम पर लोहिया ट्रस्ट बनाकर युवाओं को सांस्कृतिक,समाजवादी विचारधारा से ओतप्रोत करने के लिए पुस्तकालय बनाया वहीं उन्होंने लोहिया के नाम पर कई विकासशील योजनाओं का संचालन किया। अपने पहले ही मुख्यमंत्रित्व काल में किसान नेता चौधरी चरण सिंह की आदमकद प्रतिमा विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाकर उनके प्रति अपने अगाध समर्पण और प्रेम की अभिव्यक्ति करके दिखा दिया।उसी काल में उन्होंने डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की जन्मजयंती पर विधानसभा मार्ग का नामकरण कर डाक्टर भीमराव अम्बेडकर मार्ग कर दिया। दिसंबर 1988 में अपने पहले मुख्यमंत्रित्व काल में नेताजी ने महिलाओं के लिए शौचालय निर्माण कार्य प्रारंभ कराया।वे लगातार कहते रहे कि जब हम प्रदेश में दौरे पर जाते हैं तो सड़क किनारे महिलाओं को खुले में शौच करते देख बहुत पीड़ा होती है,लोगों की आहट और गाड़ियों की चमचमाहट से महिलाएंशौच करते हुए बीच में ही वे अपने शरीर को पर्दा डालने के लिए उठ खड़ी होती हैं,जिससे वे तरह तरह की बिमारियों ग्रस्त हो जाती हैं।उन्हें शौच के लिए कठिनाइयां न हो और वे मरीज ना बनें इसके लिए घरों में शौचालय होना जरूरी है। नेताजी महिला, गरीब, शोषित, पीड़ित, मजदूर, किसान, नौजवान, बेरोजगार तथा नौकरी पेशा में लगे लोगों, की पीड़ा को भली-भांति समझते थे।हांलांकि मुलायम सिंह यादव उस समय तमाम तरह के राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और तरह तरह के आंदोलनों के झंझावातों से लड़ते हुए अपनी कुशल राजनैतिक क्षमता का प्रदर्शन कर विरोधियों को मुंह तोड़ जवाब भी दिया। सरकारी अस्पतालों में बनने वाली पर्ची का दाम घटाकर एक रुपया कर दिया दवाओं की भरपूर उपलब्धता सुनिश्चित किया ताकि गरीबों को सुचारू रूप से चिकित्सा प्राप्त हो सके। इसके लिए उन्होंने नए अस्पतालों का निर्माण भी कराया। शिक्षा व्यवस्था बढ़िया हो इसके लिए उन्होंने मदरसों, और स्कूलों को ग्रांट जारी किया। जिससे आज हजारों परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। इस बात का अफसोस ज़िन्दगी भर रहेगा कि नेताजी को यूपी में मुख्यमंत्रित्व काल का भरपूर समय मिला होता तो समाजवादी विचारधारा को बहुआयामी विकास का स्वर्णिम काल देखने को मिलता।
अपने रक्षा मंत्रित्व काल में देश के बहादुर जवानों की शहादत पर उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव एवं घर तक ससम्मान उनके पारिवारिक जनों तक पहुंचाने और गार्ड आफ आनर देने के निर्देश दिए। सेना के लिए सुखोई विमान क्रय कर उसे बेड़े में शामिल कराया तथा देश की ऊंची चोटियों पर सीमाओं की रक्षा में लगे बहादुर जवानों के पास पहुंच कर उनका हौंसला बढ़ाया।उनकी यह बात देशवासियों को हमेशा याद रहेगी कि सीमा पर खड़ा होकर नेताजी ने कहा था कि यदि जंग जरूर हुआ तो दुश्मन देश के धरती पर उतरकर लड़ा जाएगा।
मुलायम सिंह यादव की रचना श्रीजन और विकास की नीतियों को आगे बढ़ाने में उनके अनुज श्री शिवपाल सिंह यादव जी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए बिजली, सड़क, नहरों में टेल तक पानी पहुंचाकर तथा सहाकारिता की मजबूती के लिए   अप्रत्याशित सफलता हासिल किए।
 नेताजी के कुशल निर्देशन और देख-रेख में आजके समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का कार्यकाल युवाओं के लिए एक स्वर्णिम काल माना जाता है। उनके कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में चिकित्सकीय व्यवस्था चुस्त दुरुस्त, युवाओं को लैपटॉप, मेट्रो रेल परियोजना,इकाना स्टेडियम,  महिला सुरक्षा के लिए 1090 का आगाज किया तो वहीं डायल 100 देकर लोगों को पुलिस की त्वरित सुरक्षा की व्यवस्था की। अस्पतालों में एम्बुलेंस दिया ताकि बिना साधन के गांव और देहातों तथा शहरों में रहने वाले कमज़ोर और गंभीर मरीजों को साधन का इंतजार ना करना पड़े इसकी भरपूर और सुचारू रूप से चाक-चौबंद व्यवस्था किए। सिग्नेचर बिल्डिंग सहित इतना विकास किया जो गिनाया जाना कठिन है।
नेताजी मुलायम सिंह यादव आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी कृति अजर और अमर है। देश का विकास एवं भविष्य समाजवादी विचारधारा से ही संभव है।द्वितीय स्मृति दिवस पर नेताजी को भावपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि, एवं खिराज ए अक़ीदत 🌹 🌺 💐 👏 
*निसार अहमद*