विश्वासघात दिवस

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर
जनवादी किसान सभा के तत्वावधान में
विश्वासघात दिवस 31 जनवरी 2022
 किसानों को धोखा देने वाली विश्वासघाती भाजपा सरकार को सज़ा देने, किसान क्रान्तिकारी संघर्ष को आगे बढ़ाने, किसानों की मांगों पर मोदी सरकार की घोषणाओं को अमल कराने के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशव्यापी विश्वासघात दिवस मनाने के आह्वान पर जनवादी किसान सभा के तत्वावधान में मऊ जनपद के स्थानीय घोसी तहसील मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया तथा उपजिलाधिकारी घोसी को 16 सूत्रीय ज्ञापन दिया।

जनवादी किसान सभा के वरिष्ठ नेता अरविन्द मूर्ति ने कहा कि 'मौजूदा फासीवादी सरकार मजदूर, किसान, बुनकर, छात्र, नौजवान, बेरोजगार विरोधी है। मोदी सरकार रोजगार का वादा करके सत्ता में आयी थी, मगर, रोजगार मांगने पर बेरोजगारों पर लाठी, गोली चलवा रही है। जिस तरह सेना, पुलिस के बल पर निर्ममतापूर्वक विहार, इलाहाबाद तथा देश के अन्य कई प्रान्तों में बेरोजगारों के खिलाफ बर्बर दमन हो रहा है, इसकी सजा बीजेपी सरकार को जनता जरूर देगी। 


  जनवादी किसान सभा के जिला प्रभारी ऐनुद्दीन उर्फ रुआब ने कहा कि 'ऐतिहासिक किसान आन्दोलन के दबाव में मोदी सरकार को देशी व विदेशी कारपोरेटों के पक्ष में लाए गए 3 खेती के कानूनों को वापस लेना पड़ा। मगर सरकार ने अपने लिखित समझौते को लागू करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है, अब तक न तो एमएसपी पर कमेटी का गठन किया गया है, न किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की पहल की गई है और न ही शहीद किसानों को मुआवजा और सम्मान देने की घोषणा पर अमल किया गया है, इस प्रकार भाजपा सरकार द्वारा किसानों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है। 
  विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मरछू राम प्रजापति, सिन्धू देवी, कुरैशा, बिन्दू देवी, सुनीता देवी, अलकमा,आदि उपस्थित रहे।